रस्सी कूदें, वज़न घटाएं

रस्सी कूदें, वज़न घटाएं

स्किपिंग यानी रस्सी कूदना एक बेहतरीन ऐरोबिक एक्सरसाइज़ है. इससे पूरे शरीर की एक्सरसाइज़ होती है. यह वज़न कम करने के साथ ही बांह और काफ़ मसल्स को टोन करने में मदद करता है. नियमित रूप से रस्सी कूदने से हड्डियां मज़बूत होती हैं और एकाग्रता व स्टेमिना भी बढ़ता है. इतना ही नहीं, यह हमारे हृदय को स्वस्थ रखने में भी मदद करता है,’’ कहना है फ़िटनेस ट्रेनर योगेश चव्हाण का. स्किपिंग से होनेवाले फ़ायदों के बारे में बताते हुए फ़िटनेस ट्रेनर प्रसाद शेट्टी कहते हैं,‘‘स्किपिंग मेटाबॉलिज़्म व बोन डेंसिटी बढ़ाने के साथ ही पैर, घुटनों और ऐंकल को मज़बूत बनाने में सहायक है.

किडनी की बीमारी

किडनी की बीमारी

किडनी संबंधी बीमारियां सामान्य होती जा रही हैं. मधुमेह और हाइपरटेंशन से पीड़ित लोगों व 60 वर्ष से अधिक आयुवालों को किडनी की बीमारी होने का ख़तरा ज़्यादा होता है. ऐसी बीमारी में किडनी काम करना बंद कर देती है, जिसके कारण पानी और मूत्र ख़ून में एकत्रित होने लगता है. 
इससे बचने का तरीक़ा: इस बीमारी से बचने में भोजन की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. अधिक मात्रा में फल, सब्ज़ियां, दाल व फलियां ग्रहण करें. मछली व कम चर्बी वाला गोश्त खाएं. नमक और शक्कर का सेवन कम से कम करें. मीठे पेय पदार्थों से परहेज़ करें. प्रतिदिन 2 से 3 लीटर पानी पिएं और व्यायाम करके अतिरिक्त चर्बी घटाएं.

पायरिया के लक्षण और कारण

पायरिया के लक्षण और कारण

नियमित आहार और दाँतों की रक्षा में रुक्षांस की कमी या पूर्ण रूप से अभाव, दाँतों में खान पान के कण अटकना और दाँतों का सड़ना, दाँतों पर अत्यधिक मैल जमना, मुँह से दुर्गन्ध का निकलना और मुँह में अरुचिकर स्वाद का निर्माण होना, जीवाणुओं का पसरण, मसूड़ों में जलन का एहसास होना और छालों का निर्माण होना, जरा सा छूने पर भी मसूड़ों से रक्तस्राव होना इत्यादि पायरिया के लक्षण होते हैं।असल में मुंह में 700 किस्म के बैक्टीरिया होते हैं। इनकी संख्या करोड़ों में होती है। अगर समय पर मुंह, दांत और जीभ की साफ-सफाई नहीं की जाए तो ये बैक्टीरिया दांतों और मसूड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं। पायरिया होने पर दांतों को स

घर पर आसानी से मिनटों में निकाले व्हाइटहेड्स

बेदाग और गोरे चेहरे की कामना हर किसी की होती है। मगर गलत खान-पान, कम पानी पीना या धूप में ज्‍यादा समय बिताने से चेहरे पर व्हाइटहेड हो जाते हैं। जो इंसान की पूरी पर्सनैलिटी को खराब कर देते हैं। अपने चेहरे पर पड़े इन दागों को दूर करने के लिए लोग कई तरह के तरीके अपनाते हैं। मगर उनसे भी कोई फायदा नहीं होता। एेसे में कुछ घरेलू नुस्खों को अपनाकर आसानी से व्हाइटहेड्स से छुटकारा पा सकते हैं।

1. चंदन पाउडर 

नेल रिमूवर के खत्म होने पर इन ट्रिक्स से साफ करें नेलपॉलिश

हाथों को खूबसूरत दिखाने के चक्कर में महिलाएं समय-समय पर मेनीक्‍योर का सहारा लेती है। मेनीक्‍योर के कुछ द‍िनों बाद नेलपॉल‍िश हाथों से छूटने लगती है जिससे हाथों की पर्सनैलिटी फीकी पड़ जाती है। जब डिनर डेट पर जाना हो और नाखूनों से आधी- उतरी नेलपॉलिश साफ के लिए के लिए नेल्स रीमूवर खत्म हो जाए तो चिंता और बढ़ जाती हैं। अगर आपके साथ भी ऐसा होता है तो आज हम आपको नेलपॉलिश उतारने के अलग-अलग ट्रिक्स बताएंगे जो दूसरे के सामने आपका इम्‍प्रेशन डाउन होने से बचाएंगे।

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