ऊंची एड़ी के पहनावे के दुष्प्रभाव

आपने बहुत सारे लोगों को जोड़ों के दर्द और हड्डियों की समस्याओं के कारण परेशान होते हुये देखा होगा। धीरे-धीरे यह समस्या बहुत बुरी स्थिति में आ जाती है। साठ के दशक से ही ऊंची एड़ी के पहनावे प्रचलन में थे। ऊंची एड़ी के पहनावे उन लोगों के लिये अच्छे है जिनकी ऊंचाई कम होती है और अच्छी ऊंचाई वाली महिलाओं के सामने शर्मिंदा होती है।

आपके पैर प्रतिदिन बहुत सारा भार लेकर चलते हैं, इसलिये आपको जूते का चुनाव करते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिये कि वे आपके शरीर को अच्छा बनाये रखें।  महिलाओं की ऊंची एड़ियों के जूते गलत जैविक संरचना बनाते है और अनावश्यक तनाव आपके एड़ियों, जोड़ों, कूल्हों और लगभग पूरी रीढ़ की हड्डी पर पड़ता है। क्या एक व्यक्ति कल्पना कर सकता है कि उसके अंगूठे कितने शरीर के दबाव में पिस रहे हैं। सिर से लेकर पैर तक आपके शरीर में बहुत सारे अंगों की श्रृन्खलायें है जो एक दूसर पर निर्भर करती है जिसमें एक पुर्जे का व्यवहार दूसरे पुर्जे को प्रभावित करता है। कई बार ऊंची एड़ियों के पहनावे के कारण गर्दन में कड़ापन और तंत्रिकीय प्रभाव होता हैं जो लगातार होने वाले दर्द में बदल जाता है। पुरूषों की तुलना में महिलाओं को ऊंची एड़ी के सैंडल के कारण ज्यादा परेशानी उठानी पड़ती है।

यहाँ पर कुछ सलाह है जिससे आपके पैर सही रहेंगे

  • जहाँ तक सम्भव हो ऊंची एड़ी के सैंडल को पहनने से बचें।
  • जब भी आप जूते खरीदे तो दोपहर या शाम के समय खरीदें, इस समय तक आपके पैर कुछ बड़े हो जाते हैं इससे आपके पैर के अंगूठे बड़े होने पर भी आसानी से जूते में आ सकते हैं।
  • आप अपने अंगूठे को हर बार जूते खरीदते समय नाप लें और खड़े होकर नापें। मोटे मोजे को अंदेखा न करें।
  • खरीदते समय दोनों पैर के जूतों को नापें कभी कभी एक पैर दूसरे पैर से बड़ा होता है।
  • मोटापा आपके पैरों पर, पैरों के जोड़ों और रीढ़ के जोड़ों पर ज्यादा तनाव देता है।
  • प्रसंस्करित खाद्यों को कम से कम खायें, पौध आधारित आहार शरीर के रक्त संचार को बढ़ाता है- यह आपकी कोशिकाओं को अतिरिक्त पोषण देता साथ ही अपशिष्ट पदार्थों को भी शरीर के बाहर भेज देता है।
  • आपका पैर अन्य शरीर के अंगों की तुलना ज्यादा मूल्य चुकाते हैं जब भी महिलायें ऊंची एड़ी की सैंडल पहनती हैं।

दुष्प्रभाव

पैरों में लम्बे समय की समस्या

कुछ समय के बाद आपको पैरों और पीठ में दर्द शुरू हो सकता है। यह कई अन्य समस्याओं जैसे अंगूठे में दर्द, प्लांटर फैसिटिस, गोखुरू, हैलक्स वाल्गस हो सकता है।

शरीर के गुरूत्व केंद्र में बदलाव

जब भी आप एड़ियों पर खड़े होते हैं तो शरीर का गुरूत्व केंद्र आगे बढ़ जाता है। आप विश्वास नहीं करेंगे कि 1 इंच एड़ी आपके शरीर को 10 डिग्री आगे कर देती है। शरीर के सभी अंग इस बदलाव के लिए तैयार नहीं रहते हैं।

आर्क में कठिनाई

कुछ लोगों का उद्देश्य होता है कि ज्यादा से ज्यादा ऊंची एड़ियों को पहनें। उनके अनुसार, ज्यादा इंच महिलाओं को ज्यादा आकर्षक बनाता है। उदाहरण के लिये अगर आप 3 इंच ऊंची एड़ी को पहनते है तो यह अंगूठे में ज्यादा मोड़ को देगा और साथ ही आपके आर्क में ज्यादा खिंचाव देगा।

लिगामेंट में कमजोरी

जब भी आप ऊंची एड़ी के जूते पहनते हैं तो आर्क पर जोर पड़ता है और लिगामेंट में कमजोरी होती है। समय के साथ महिलाओं के गिरने का भी डर बढ़ जाता है। ध्यान देने की बात है कि आर्क झटका सहने की शक्ति देता है।

पिंडलियों की मांसपेशियों का छोटापन

ऊंची एडियों को अधिक देर तक पहनना पिंडली की मांसपेशियों को छोटा कर देगा जैसे ही आप ऊंची एड़ियों को बढ़ाना शुरू करते है पिंडलियों में बदलाव शुरू हो जायेगा।

 

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