प्रेगनेंसी के दौरान कब कहें काम को बाय-बाय

प्रेगनेंसी के दौरान कब कहें काम को बाय-बाय

प्रेग्रनेंसी, यह नौ महीनों का समय हर औरत के लिए खास और यादगार होता है। लेकिन इस दौरान एक साधारण सा सवाल सभी औरतों के मन में चलता है कि आखिर इस दौरान काम करना सही होगा या गलत?

क्या इस समय काम करने से बॉडी एक्टिव रहती है? तो इसका जवाब यह है कि काम करने से एक्टिवनेस बनी रहती है, लेकिन इस दौरान काम और उन्हें करने के तौर-तरीके बदल जाते है।

प्रेग्नेंट महिला पर निर्भर करता है कि वह कितने टाइम तक काम को निरंतर कर सकती और करना चाहती है। अगर वह फुल टाइम तक काम करने में सहज है तो काम करना चाहिए।

आपके स्‍मार्टफोन यूज़ से बिगड़ सकते हैं बच्‍चे

स्‍मार्टफोन यूज़

क्‍या आप घर पर रहकर ज्‍यादातर समय अपने स्‍मार्टफोन के साथ बिताते हैं? अगर ऐसा है तो आप अपने अपने बिगड़ते बच्‍चों के लिए स्‍वयं ही जिम्‍मेदार हैं।

हाल ही में एक रिसर्च से ये मालूम चला है कि आपका घर पर लगातार स्‍मार्टफोन चलाते रहना और बच्‍चों को पर्याप्‍त समय न देना, बच्‍चों को बिगाड़ सकता है और उनमें बुरे व्‍यवहार को विकसित कर सकता है।

एक नए अध्ययन से पता चलता है कि तकनीकी से ज्‍यादा जुड़े रहने के कारण आपके बच्‍चों को अतिसंवेदनशीलता और गुस्‍सा विकसित हो जाता है। कई बार वो गलत तरीके से बर्ताव भी करने लगते हैं।

अमरुद में है स्वाद भी और सेहत भी

अमरुद में है स्वाद भी और सेहत भी

अमरूद में मौजूद विटामिन और खनिज शरीर को कई तरह की बीमारियों से बचाने में मददगार होते हैं. साथ ही ये इम्यूंन सिस्टरम को भी मजबूत बनाता है.

1- अमरूद में मौजूद लाइकोपीन नामक फाइटो न्यूयट्रिेएंट्स शरीर को कैंसर और ट्यूमर के खतरे से बचाने में सहायक होते हैं.

2- फल के साथ ही अमरूद की पत्तियों का सेवन मुंह के छालों को दूर करने में कारगर होता है. 

3- अमरूद हाई एनर्जी फ्रूट है जिसमें भरपूर मात्रा में विटामिन और मिनरल्स पाए जाते हैं. ये तत्व हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी होते हैं.

करेले को खाये छिलके के साथ

 करेले को खाये छिलके के साथ

करेले का स्वाद भले ही कड़वा हो, लेकिन सेहत के लिहाज से यह बहुत फायदेमंद होता है. करेले में अन्य सब्जी या फल की तुलना में ज्यादा औषधीय गुण पाये जाते हैं. करेले को कुदरत ने कड़वा ने बनाया है लेकिन करेले को निचोड़ के उस की कड़वाहट निकाल देते हैं . करेले का छिलका नहीं उतारना चाहिए और उसका कड़वा रस नहीं निकालना चाहिए . हफ्ते में, पन्दरह दिन में एक दिन करेला खाना तबियत के लिए अच्छा है .

1-लकवे के मरीजों के लिए करेला बहुत फायदेमंद होता है. इसलिए लकवे के मरीज को कच्चा करेला खाना चाहिए.

2-लीवर से संबंधित बीमारियों के लिए तो करेला रामबाण औषधि है.

क्या आप प्रेगनेंसी में आम खा सकती हैं?

क्या आप प्रेगनेंसी में आम खा सकती हैं?

हाँ यह आम का सीज़न है। गर्मियों की प्रेगनेंसी में आप आम खाए बिना रहें इस बात की संभावना काफी कम है। क्या आपको प्रेगनेंसी में आम नहीं खाने चाहिए, या इस दौरान आम खाए जा सकते हैं? चलिए इस बारे में पढ़ते हैं:

आम के फायदे

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