यदि आप भी रात को करवटें बदलते रहते हैं और ठीक से सो नहीं पाते हैं तो जरा इस रिपोर्ट को जरूर पढ़ें। हाल ही में पता चला है कि नींद आने में कठिनाई और नींद के कम घंटे कई तरह की समस्याएं बढ़ा सकते हैं। एक अध्ययन में सामने आया है कि कम नींद से शराब और सिगरेट पीने, जोखिमभरे यौन-व्यवहार का आदी बन जाने का खतरा शामिल है।
ऐसा नहीं है कि इस समस्या से केवल उम्रदराज लोग ही दो-चार हो रहे हैं। नींद की कमी और मादक पदार्थों के इस्तेमाल का चलन युवा पीढ़ी खासतौर पर किशोरों में भी पाया गया है। इदाहो स्टेट विश्वविद्यालय में प्रायोगिक प्रशिक्षण में प्रॉफेसर और निदेशक मारिया एम. वोंग ने कहा है कि सामान्य वयस्कों के बीच नींद आने में कठिनाई और अनिद्रा से यह सामने आया है कि वे 1 साल बाद अल्कोहल का इस्तेमाल कर सकते हैं और उनमें 3-5 साल बाद अवैध मादक पदार्थों का बेतहाशा इस्तेमाल व निकोटिन पर निर्भर होने का खतरा बढ़ जाता है।
अपने अध्ययन के लिए वोंग और उनके सह-लेखक ने 6 हजार से अधिक किशोरों (52 प्रतिशत लड़कियां, 48 प्रतिशत लड़के) से एकत्र आंकड़ों का विश्लेषण करने के बाद यह नतीजा निकाला कि नींद में कठिनाइयां और नींद की अक्षमता का निष्कर्ष अल्कोहल का इस्तेमाल या अन्य पदार्थ का इस्तेमाल करना हो सकता है और इसका परिणाम चिकित्सकीय एवं व्यवहार के क्षेत्र पर प्रभाव पड़ना हो सकता है।