शशिरंजन वर्मा। हमारे जीवन में रंगों का प्रभाव शुरू से ही रहा है चाहे वह मनुष्य का रंग-रूप, रक्त, बाल या भी फिर पहनावा, सभी में रंगों का अपना प्रभाव है। अगर यह कहा जाय कि रंगों के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है, तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। इस बात का प्रमाण अब तक हुए कई शोधों से भी होता है। अब कई शोधें ने यह भी साबित कर दिया है कि फलों और सब्जियों में मौजूद रंग हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद और लाभकारी हैं। हम इस आलेख के जरिए आपको बताएंगे कि कैसे छिपा है रंगों में सेहत का राज।
शरीर पर हानिकारक दुष्प्रभाव को कम करना
खाद्य पदार्थ में में पाए जाने वाले बहुरंगी कुदरती रंगों की उपयोगिता पर अब तक देश-विदेश में कई शोध हो चुके हैं, जो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी माने गए। यहां तक की लगभग सभी डायटीशियंस इस बात पर एकमत दिखे कि खानपान में अधिक से अधिक कुदरती बहुरंगी खाद्य पदार्थों को शामिल करने से स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण सुधर होता है। आहार विशेषज्ञों का कहना है कि प्रत्येक रंग के खाद्य पदार्थ में अलग-अलग प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं।
विभिन्न रंगों के फलों व सब्जियों में जो विटामिन्स, मिनरल्स और अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं, वे शरीर के अन्दर पैदा होने वाले नुकसानदेह तत्वों के दुष्प्रभावों को कम करते हैं। इसका कारण यह है कि बहुरंगी खाद्य पदार्थों में एंटीऑक्सीडेंट्स पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं।
खानपान में दें रंगीन खाद्य पदार्थों को वरीयता
अगर आपने पिछले कुछ दिनों से अपने खानपान में रंगों वाले खाद्य पदार्थों को स्थान नहीं दिया तो आपको चाहिए कि प्राथमिकता के तौर पर आप उनको जगह दें। अगर आपने कुछ दिनों से पीले रंग के खाद्य पदार्थ नहीं खाएं तो उसका सेवन करें, उसी तरह समय-समय पर सभी रंगों के खाद्य पदार्थों को लेते रहें, जिससे आप अपने को हमेशा तरोताजा महसूस कर सकें, नीरोग रह सकें।
हरा रंग आयरन की प्रचूरता की निशानी हैं
सब्जियों व फलों में पाए जाने वाले हरे रंग इस बात की सूचना देतें है कि इस खाद्य पदार्थ में प्रचुर मात्रा में आयरन मौजूद है, जैसे खीरा, अंगूर, पालक, बन्दगोभी, मटर, सेम, हरी मिर्च, बथुआ, बीन्स, सरसों का साग, चने का साग, मूली के हरे पत्ते आदि।
हरे रंग की खाद्य वस्तुओं में ल्यूटीन, जियोजेन्थन, क्लोरोपिफल, पफाइबर, कैल्शयम, पफोलेट और बीटा केरोटिन नामक तत्व पाए जाते हैं, जो नेत्रों को स्वस्थ रखने में सहायक होते हैं। इनमें उपस्थित पोषक पदार्थ पाचन शक्ति बढ़ाने के साथ ही कैंसर और निम्न रक्तचाप के खतरों को भी कम करते हैं। इसके अलावा यह रंग रोग प्रतिरोध्क क्षमता में बढ़ाने में भी मदद करती है।
खाने में लाल रंग की प्रचूरता हृदय रोग के खतरे से बचाता है
लाल रंग के फल एवं सब्जियों वाले कुदतरी खाद्य पदार्थों में लाइकोपिन, इलेगिक एसिड, क्वेरसिटीन और हेस्पिरीडिन नामक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट्स रक्त में थक्कों को नहीं बनने देते। इस कारण हृदय रोग होने का जोखिम काफी कम हो जाता है। यहीं नहीं इन रंगों के फलों में कैंसर से लड़ने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स भी पाए जाते हैं। इसके अलावा ट्यूमर बनने और कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने की आशंका भी कम हो जाती है। ये उतकों को जोड़ने में भी मददगार होते हैं। पर्पल रंग के अंगूर भी कैंसररोधी तत्वों से भरपूर होते हैं। लाल और पर्पल रंग के जो खाद्य पदार्थ हैं वह टमाटर, गाजर, सेब, तरबूज, स्ट्राबेरी, प्याज आदि हैं।
नारंगी आपकी त्वचा को चमकदार रखता है
नारंगी रंग के कुदरती खाद्य पदार्थों में आम, सन्तरा, मौसमी, पपीता, आडू में विटामिन ए और सी, बीटा कैरोटिन, जिआजेन्थिन, फ्रलेवोनायड, लाइकोपिन और पोटेशियम की भरपूर मात्रा होती है, जो आंखों एवं त्वचा को स्वस्थ रखने में सहायक है। साथ ही मैगनीशियम और कैल्शियम एक-दूसरे के साथ मिलकर हडि्डयों को मजबूती प्रदान करते हैं।
पीला रंग आपकी आंखों की दृष्टि बढ़ाता है
पीले रंग के खाद्य पदार्थ जैसे चने की दाल, अरहर की दाल, मकई एवं सभी पीले रंगों वाले फलों, सब्जियों एवं खाद्य पदार्थों में रोग प्रतिरोधक विटामिन सी पाया जाता है इसके अलावा बीटा क्राईपटॉक्सैनिथ्न नाम एंटी ऑक्सीडेंट्स पाया जाता है, जो कोशिकाओं को नष्ट होने से बचाने में सहायक है। यह एंटीऑक्सीडेंट आंखों की सेहत को भी बरकरार रखने में मददगार है।
नीला आपकी यादाश्त को बरकरार रखता है
काले नीले अंगूर, ब्लैक बेरी, ब्लूबेरी, बैंगनी बन्दगोभी में पोषक तत्व ल्यूटिन, जिआजेंथ्न, रेसवराट्रोल विटामिन सी, फाइबर, फ्रलेवोनायड, इलेगिक एसिड और क्वेरसिटीन होते हैं। शरीर को मजबूती देने के साथ ही याददाश्त को बढ़ाता है। पदार्थों की अवशोषण क्षमता व कैल्शयम को बढ़ाता है। पाचन तन्त्र सुदृढ़ करने के अलावा कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकता है।
सफेद रंग स्तन कैंसर से तो बचाता ही है, हार्मोन का संतुलन भी बनाए रखता है
सफेद रंग का लहसुन, केला, अदरक, मशरूम, शलजम, आलू और प्याज जैसे विभिन्न सब्जियों व व्यंजनों को लजीज बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। लहसुन और प्याज में एलीसिन नामक तत्व पाया जाता है, जो शरीर में ट्यूमर नहीं बनने देते। इसी तरह सफेद रंग के मशरूम में रोगों से लड़ने वाले रसायन पाए जाते हैं। मशरूम में भरपूर मात्रा में फ्रलैवोनॉइड् पाए जाते हैं, जो कोशिकाओं को नष्ट होने बचाने में सहायक होते हैं। यह स्तन कैंसर के खतरों को रोकने के अलावा हार्मोन में भी सन्तुलन बनाए रखता है।