अल्कोहल के दुष्परिणाम
अल्कोहल का सेवन लोगों को कई तरह से प्रभावित करता है। इसका अहसास उन्हें धीरे-धीरे होता है। रोज़ अल्कोहल का सेवन करने वाले कई तरह की शारीरिक बीमारियों से घिर जाते हैं। इसकी लत उनकी जिंदगी बर्बाद भी कर सकती है।
इसके कई दुष्परिणम हैं।
-अल्कोहल से एनर्जी लेवल कम हो जाता है। मांसपेशियों का विकास भी ठीक से नहीं हो पाता।
-लिवर और किडनी को भी नुकसान पहुंचता है।
-यह हमारे मेटाबॉलिक को डैमेज करके, इम्यून सिस्टम को प्रभावित करता है।
-इसके ज़्यादा सेवन से हमारी उम्र भी कम हो जाती है।
-लंबे समय तक इसके सेवन से पुरुषों में शुक्राणु उत्पादन की क्षमता कम हो जाती है। उनमें सेक्स की इच्छा भी कम होने लगती है।
-महिलाओं को पीरियड्स में समस्या होने लगती है।
-ज़्यादा मात्रा में अल्कोहल के सेवन से शरीर में खून की कमी भी हो सकती है।
महिलाओं में बढ़ती शराब की लत
महिलाओं में अल्कोहल की लत में लगातार इज़ाफा हो रहा है। विशेषज्ञों की टीम ने जब आंकड़े जुटाए, तब पता चला कि अल्कोहल पीने वाली महिलाओं की संख्या में 54 प्रतिशत वृद्धि हुई है। यानी यह समाज और परिवार वालों के लिए चिंता का विषय बनता जा रहा है।
अल्कोहल का सेवन करने वाली महिलाओं को यौन उत्पीड़न का ख़तरा ज़्यादा होता है। इसकी वजह से वो अनचाही प्रेग्नेंसी का भी शिकार हो जाती हैं। उन्हें गर्भधारण भी हो सकता है। वो यौन संबंधी रोगों की शिकार भी हो सकती हैं। इस लत से गर्भवती महिला का होने वाला बच्चा भी प्रभावित होता है। गर्भ में बच्चे की मृत्यु की संभावना बढ़ जाती है। कई बार शराब पीने वाली महिलाओं के बच्चे असामान्य पैदा होते हैं।
इलाज
अल्कोहल का लती होना भी अन्य बीमारियों की तरह एक बीमारी है, इसलिए इसका इलाज भी दूसरी बीमारियों की तरह प्रोफेशनल तरीके से किया जाना ज़रूरी है। अल्कोहल की लती महिलाओं के इलाज से पहले उनकी पूर्व की ज़िंदगी के बारे में जानना ज़रूरी है। इससे उनके इलाज में काफी सहायता मिलती है।
इनके इलाज के लिए डॉक्टर के अलावा उनके परिवार और दोस्तों का सपोर्ट मिलना भी बेहद ज़रूरी है। ऐसे कई परामर्श केंद्र हैं, जो इन महिलाओं की सहायता करते हैं।