गैस बनने की समस्या काफी तकलीफदेह साबित होती है. यह कई बार आपको शर्मिंदा तो कर ही सकती है, आपके पाचन तंत्र की भी सेहत बिगाड़ सकती है. अगर आप गैस बनने यानी एसिडिटी से परेशान हैं तो आपके लिए कुछ घरेलू नुस्खे हैं जिन्हें अपनाने से आपकी सारी परेशानियां दूर हो जाएगी.
गैस बनने के लक्षण
पेट में दर्द, जलन, पेट से गैस पास होना, डकारें आना, छाती में जलन. इसके अलावा, खाना खाने के बाद पेट ज्यादा भारी लगना और खाना हजम न होना, भूख कम लगना, पेट भारी-भारी रहना और पेट साफ न होने जैसा महसूस होना.
किससे बनती है गैस
खानपान
शराब पीने से, मिर्च-मसाला, तली-भुनी चीजें ज्यादा खाने से, राजमा, छोले, लोबिया, मोठ, उड़द की दाल. खाने के साथ कोल्ड ड्रिंक लेने से. इसमें गैसीय तत्व होते हैं. तला या बासी खाना.
लाइफस्टाइल
- तनाव में रहना
- देर से सोना
- सुबह देर से जागना
- खाने-पीने का टाइम फिक्स्ड न होना
बाकी वजहें
लीवर में सूजन, गॉल ब्लेडर में स्टोन, अल्सर या मोटापे से, डायबीटीज, अस्थमा या बच्चों के पेट में कीड़ों की वजह से, अक्सर पेनकिलर खाने से, कब्ज, खाना न पचने व उलटी की वजह से.
घरेलू नुस्खे
गैस बनने की समस्या काफी तकलीफदेह साबित होती है. यह कई बार आपको शर्मिंदा तो कर ही सकती है, आपके पाचन तंत्र की भी सेहत बिगाड़ सकती है. अगर आप गैस बनने यानी एसिडिटी से परेशान हैं तो आपके लिए कुछ घरेलू नुस्खे हैं जिन्हें अपनाने से आपकी सारी परेशानियां दूर हो जाएगी.
गैस बनने के लक्षण
पेट में दर्द, जलन, पेट से गैस पास होना, डकारें आना, छाती में जलन. इसके अलावा, खाना खाने के बाद पेट ज्यादा भारी लगना और खाना हजम न होना, भूख कम लगना, पेट भारी-भारी रहना और पेट साफ न होने जैसा महसूस होना.
किससे बनती है गैस
खानपान
शराब पीने से, मिर्च-मसाला, तली-भुनी चीजें ज्यादा खाने से, राजमा, छोले, लोबिया, मोठ, उड़द की दाल. खाने के साथ कोल्ड ड्रिंक लेने से. इसमें गैसीय तत्व होते हैं. तला या बासी खाना.
लाइफस्टाइल
- तनाव में रहना
- देर से सोना
- सुबह देर से जागना
- खाने-पीने का टाइम फिक्स्ड न होना
बाकी वजहें
लीवर में सूजन, गॉल ब्लेडर में स्टोन, अल्सर या मोटापे से, डायबीटीज, अस्थमा या बच्चों के पेट में कीड़ों की वजह से, अक्सर पेनकिलर खाने से, कब्ज, खाना न पचने व उलटी की वजह से.
घरेलू नुस्खे
एक मुनक्के का बीज निकालकर उसमें मूंग की दाल के एक दाने के बराबर हींग या फिर लहसुन की एक छिली कली रखकर मुनक्के को बंद कर लें. इसे सुबह खाली पेट पानी से निगल लें. इसके 20-25 मिनट बाद तक कुछ न खाएं. तीन दिन लगातार ऐसा करें.
अजवायन, जीरा, छोटी हरड़ और काला नमक बराबर मात्रा में पीस लें. बड़ों के लिए दो से छह ग्राम, खाने के तुरंत बाद पानी से लें. बच्चों के लिए मात्रा कम कर दें.
पांच ग्राम हल्दी या अजवायन और तीन ग्राम नमक मिलाकर पानी से लें.
दो लौंग चूस लें या फिर उन्हें उबालकर उस पानी को पी लें.
पानी में 10-12 ग्राम पुदीने का रस और 10 ग्राम शहद मिलाकर लें.
खाना खाने के बाद 25 ग्राम गुड़ खाने से गैस नहीं बनती और आंतें मजबूत रहती हैं.