यूरिन कम या बार-बार, मतलब बीमारी के प्रारंभिक लक्षण
ऐसा पौरुष हार्मोन एंड्रोजन के कारण होता है। जैसे ही प्रोस्टेट ग्रंथि का आकार बढऩे लगता है तो मूत्र मार्ग पर दबाव बढ़ता है जिससे धीरे-धीरे पेशाब में रुकावट आने लगती है।
प्रोस्टेट एक ग्रंथि का नाम है जो केवल पुरुषों में पाई जाती है। जन्म के समय इसका वजन नहीं के बराबर होता है।
20 की उम्र में इसका वजन 20 ग्राम होता है।
25 साल तक इसका वजन इतना ही रहता है।
45 साल में वजन में फिर से बढ़ोतरी होने लगती है।