क समय था जब सर्जरी पेट की हो या सीने की, एक लंबा चीरा लगाने के अलावा और कोई विकल्प नहीं था। लंबे चीरे का वह दाग शरीर को जीवनभर के लिए बदरंग कर देता था, लेकिन समय के साथ दूरबीन विधि या लैप्रोस्कोपिक सर्जरी लगातार अधिक सहज और पीड़ित व्यक्तियों के लिए बेहतर से बेहतरीन होती चली गयी। नीडलस्कोपी, लैप्रोस्कोपिक सर्जरी की अत्याधुनिक तकनीक है । आम लेप्रोस्कोपी से अलग नीडलस्कोपी के उपकरण और सूक्ष्म हो गए हैं । इतने सूक्ष्म कि वे लंबी सुइयों जैसे दिखते हैं। इनके जरिये जो चीरे या छेद किए जाते हैं, वे 3 मिलीमीटर के होते हैं।
कुछ खास है इसमें
नीडलस्कोपी में दर्द इतना कम होता है कि पीड़ित व्यक्ति को इंजेक्शन लगने जैसा ही अहसास होता है। यही नहीं,दाग के निशान भी नहीं रहते। लंबे चीरे वाली सर्जरी आज भी होती है, लेकिन अब बहुत कम लोग उसके लिए तैयार होते हैं। खासकर शादी की उम्र की लड़कियां व युवकों के लिए तो नीडलस्कोपी एक वरदान की तरह है । कारण, सर्जरी कराने के संदर्भ में युवा वर्ग की एक चिंता यह रहती है कि सर्जरी का दाग कहीं उनके शरीर को बदरंग न बना दे । इस उम्र में भला कौन युवक व युवती शरीर पर दाग चाहेगा। सोचिए, सर्जरी के बाद न कोई ड्रेसिंग करनी पड़े और न ही कोई स्टिचिंग करनी पड़े तो युवा वर्ग से संबंधित पीड़ित व्यक्ति कितना खुश होगा। उस पर सिफत यह कि दूसरे दिन ही रोगी को अस्पताल से छुंट्टी मिल जाती है। दर्द नहीं रहने की वजह से पीड़ित व्यक्ति इतना सहज महसूस करता है कि वह खुद ही घर जाने के लिए तैयार रहता है।
प्रक्रिया हुई आसान
पीड़ित व्यक्ति के शरीर में एक छोटा चीरा लगाकर इस सर्जरी के जरिये दिशा दिखाने वाले बेहद सूक्ष्म ट्यूब डाले जाते हैं। इसके बाद उन ट्यूबों से होकर ये उपकरण अंदर जाते हैं। एक छोटा कैमरा उन उपकरणों को सर्जरी की जगह तक पहुंचा देता है। इस प्रकार सर्जन अपना कार्य बखूबी कर सकता है।
विशेषताएं
-पीड़ित व्यक्ति की अस्पताल से दूसरे दिन ही छुंट्टी हो जाती है। उसे काम से भी लंबी छुंट्टी लेने की दरकार नहीं है। यूं कह सकते हैं कि नीडलस्कोपी कराइए, काम पर चलिए।
-पहले की लैप्रोस्कोपिक सर्जरी में 5 से 15 मिलीमीटर के चीरे लगते थे लेकिन नीडलस्कोपी में 3 मिली का चीरा लगता है।
इन रोगों में कारगर है यह सर्जरी
-मोटापे को कम करने से संबंधित सर्जरी में विशेष कारगर।
-हार्निया की सर्जरी में।
-पित्ताशय (गॉल ब्लैडर) में स्टोन।
-एपेंडिक्स की समस्या।