गर्भावस्था में लें सही आहार
गर्भावस्था में सही आहार: स्वस्थ गर्भ और शिशु के लिए महत्वपूर्ण टिप्स

गर्भावस्था के दौरान, सही और संतुलित आहार का सेवन करना न केवल माँ के लिए, बल्कि गर्भस्थ शिशु के विकास के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। गर्भवती महिला का आहार शिशु के विकास, उसकी हड्डियों, मस्तिष्क, और समग्र स्वास्थ्य के लिए निर्णायक भूमिका निभाता है। सही पोषण से शिशु के जन्म के समय किसी भी तरह की कमी से बचा जा सकता है। इस लेख में, हम गर्भवती महिला को क्या खाना चाहिए और कितनी मात्रा में खाना चाहिए, इस बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।


1. कैल्शियम (Calcium)
  • गर्भवती महिला को प्रतिदिन 1500 - 1600 मिलीग्राम कैल्शियम प्राप्त करना चाहिए।

  • यह कैल्शियम गर्भस्थ शिशु के मजबूत हड्डियों और दांतों के विकास में मदद करता है, साथ ही माँ के हड्डी स्वास्थ्य के लिए भी आवश्यक है।

  • कैल्शियम स्रोत: दूध, दही, मक्खन, चीज़, तिल, बीट, अंजीर, मांस, दलहन, बाजरा आदि।


2. प्रोटीन (Proteins)
  • गर्भवती महिला को प्रतिदिन 60 से 70 ग्राम प्रोटीन लेना चाहिए।

  • प्रोटीन गर्भाशय, स्तनों और गर्भ के विकास के लिए आवश्यक है, खासकर अंतिम तिमाही में 1 किलो प्रोटीन की अतिरिक्त आवश्यकता होती है।

  • प्रोटीन स्रोत: दूध, पनीर, अंडे, मांस, मछली, मूंगफली, काजू, बदाम, दलहन आदि।


3. विटामिन (Vitamins)
  • गर्भवती महिला को विटामिन्स की मात्रा बढ़ानी चाहिए। विटामिन्स विशेष रूप से त्वचा, हड्डियों और सामान्य विकास के लिए आवश्यक होते हैं।

  • विटामिन स्रोत: हरी सब्जियाँ, दूध, फल, दलहन आदि।


4. आयोडीन (Iodine)
  • गर्भवती महिला को प्रतिदिन 200-220 माइक्रोग्राम आयोडीन की आवश्यकता होती है।

  • आयोडीन शिशु के दिमाग के विकास में सहायक है और इसकी कमी से मानसिक विकास संबंधी समस्याएँ हो सकती हैं।

  • आयोडीन स्रोत: iodized नमक, अनाज, दालें, अंडे, मांस आदि।


5. फोलिक एसिड (Folic Acid)
  • गर्भवती महिला को पहली तिमाही में 4mg और दूसरी तथा तीसरी तिमाही में 6mg फोलिक एसिड का सेवन करना चाहिए।

  • यह तत्व गर्भपात और जन्म दोष के खतरे को कम करता है और उलटी को भी रोकता है।

  • फोलिक एसिड स्रोत: दालें, हरी पत्तेदार सब्जियाँ, मटर, अनानास, संतरा, साबुत अनाज, काबुली चना आदि।


6. पानी (Water)
  • गर्भवती महिला को प्रतिदिन कम से कम 3 लीटर (10-12 ग्लास) पानी पीना चाहिए।

  • पानी शरीर में आवश्यक तत्वों की सही आपूर्ति के साथ-साथ माँ और शिशु के स्वस्थ रहने में सहायक होता है।

  • गर्मी के मौसम में 2 ग्लास अधिक पानी पियें और ध्यान रखें कि पानी स्वच्छ और सुरक्षित हो।


7. जिंक (Zinc)
  • गर्भवती महिला को 15 से 20 मिलीग्राम जिंक की आवश्यकता होती है।

  • जिंक की कमी से भूख की कमी, शारीरिक विकास में रुकावट और त्वचा समस्याएँ हो सकती हैं।

  • जिंक स्रोत: हरी सब्जियाँ, दलहन, मल्टीविटामिन सप्लीमेंट्स आदि।


गर्भवती महिला को आहार संबंधी अतिरिक्त सावधानियाँ:
  1. खाने की नियमितता: गर्भवती महिला को हर 4 घंटे में कुछ खाने की कोशिश करनी चाहिए। इससे शिशु को सही पोषण मिलता है, भले ही माँ को भूख न लगे।

  2. वजन बढ़ने की चिंता न करें: अच्छी सेहत के लिए सही आहार पर ध्यान दें। वजन बढ़ने से ज्यादा, शिशु के सही विकास पर ध्यान दें।

  3. कच्चा दूध न पिएं: कच्चे दूध से संक्रमण का खतरा हो सकता है, इसलिए हमेशा पका हुआ दूध ही सेवन करें।

  4. मदिरापान से बचें: मदिरा का सेवन गर्भवस्था में नुकसानदायक हो सकता है, इसलिए इसे पूरी तरह से避 करें।

  5. कैफीन का सेवन सीमित करें: कैफीन गर्भवती महिला के लिए सुरक्षित नहीं है, इसे सीमित मात्रा में ही लेना चाहिए।


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