
प्रोस्टेट ग्रंथि और मूत्र संबंधी समस्याएं: कारण, लक्षण और उपचार
प्रोस्टेट ग्रंथि क्या है?
प्रोस्टेट एक ग्रंथि है जो केवल पुरुषों में पाई जाती है। इसका आकार और कार्य उम्र के अनुसार बदलता है।
- जन्म के समय: इसका वजन न के बराबर होता है।
- 20 वर्ष की उम्र में: इसका वजन लगभग 20 ग्राम होता है।
- 25 वर्ष की उम्र तक: इसका वजन स्थिर रहता है।
- 45 वर्ष की उम्र के बाद: प्रोस्टेट का आकार बढ़ने लगता है।
- 50 वर्ष के बाद: इसके बढ़ने के लक्षण स्पष्ट रूप से दिखने लगते हैं।
प्रोस्टेट बढ़ने का प्रभाव
प्रोस्टेट का आकार बढ़ने पर यह मूत्र मार्ग पर दबाव डालता है, जिससे पेशाब करने में दिक्कतें होने लगती हैं। यह समस्या भारतीय पुरुषों में पश्चिमी देशों की तुलना में कम उम्र में ही देखने को मिल रही है।
प्रोस्टेट ग्रंथि के बढ़ने के कारण
- पौरुष हार्मोन (एंड्रोजन) का असंतुलन
- उम्र बढ़ने के साथ हार्मोनल परिवर्तन
- आनुवंशिक कारण
प्रारंभिक लक्षण
✅ पेशाब बार-बार आना, विशेष रूप से रात में
✅ पेशाब करने में कठिनाई या धीमी गति से आना
✅ मूत्राशय पूरी तरह से खाली न होना
✅ पेशाब करते समय दर्द या जलन
✅ पेशाब की धार का कमजोर होना
✅ अंत में बूंद-बूंद करके पेशाब आना
✅ कई बार पेशाब रुक जाना (Acute Urinary Retention)
यदि इनमें से कोई भी लक्षण दिखे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
निदान और जांच
🔬 ब्लड और यूरिन टेस्ट: संक्रमण और अन्य समस्याओं का पता लगाने के लिए
🔬 सोनोग्राफी: प्रोस्टेट के आकार और मूत्राशय में बची हुई पेशाब की मात्रा की जांच
🔬 PSA टेस्ट (Prostate-Specific Antigen): प्रोस्टेट कैंसर के संकेतों का पता लगाने के लिए
उपचार के विकल्प
1. दवाइयों द्वारा इलाज
- कुछ मामलों में दवाओं से ही समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है।
- दवाओं से सर्जरी की आवश्यकता को टाला जा सकता है, खासकर बुजुर्ग मरीजों में।
- डॉक्टर द्वारा सुझाई गई दवाइयों का नियमित सेवन करना ज़रूरी है।
2. सर्जरी द्वारा इलाज
➡ TURP (Transurethral Resection of Prostate)
- इस प्रक्रिया में बढ़े हुए प्रोस्टेट हिस्से को हटा दिया जाता है।
- यह ज़्यादातर जिला स्तर के अस्पतालों में उपलब्ध है।
- मरीज को 3 दिनों के भीतर अस्पताल से छुट्टी मिल जाती है।
- अन्य पारंपरिक सर्जरी की तुलना में यह अधिक सुरक्षित और प्रभावी मानी जाती है।
निष्कर्ष
यदि पेशाब करने में बार-बार समस्या हो रही है, तो इसे नज़रअंदाज न करें। यह प्रोस्टेट ग्रंथि के बढ़ने का संकेत हो सकता है। सही समय पर जांच और इलाज से गंभीर समस्याओं से बचा जा सकता है। इसलिए लक्षण दिखते ही डॉक्टर से सलाह लें और अपनी सेहत का ध्यान रखें।
अधिक जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट पर जाएं: www.nutriWorld.net.in
- Log in to post comments