सुबह 3:30 बजे: बाबा रामदेव अपने दिन की शुरुआत 1-2 गिलास गरम पानी पीने के बाद आंवला और एलोवेरा जूस पीकर करते हैं। तकरीबन आधा घंटे में फ्रेश हो जाते हैं।
4:00 बजे: योग शिविर जाने से पहले वॉर्मअप में तकरीबन आधा घंटे बिताते हैं। खासतौर पर स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करते हैं। कुछ पर्सनल नोट्स लिखते हैं। इसमें दिन भर के काम और अपने आगे के अजेंडे के बारे में लिखते हैं।
4:30 बजे : योग शिविर से उनके निवास की दूरी तकरीबन 1 किमी है। वह यह दूरी दौड़ कर पूरी करते हैं। इसे वह अपना रोज का रुटीन बताते हैं।
5:00 बजे : रॉक स्टार के स्टाइल में स्टेज पर पहुंचते हैं। लोगों से बात करना शुरू करते हैं और जोक सुनाते हैं। लोगों की सुस्ती भगाने का यह टोटका है। योग चलता रहता है। वह लगातार आध्यात्मिक और योग से जुड़ी बातें बताते रहते हैं। योग करते करते किसी भी आसन में माइक पर बोलते रहने का उनका स्टाइल लाजवाब है। जैसे-जैसे आसन करते जाते हैं, माइक को अपनी ओर घुमाते जाते हैं।
8:00 बजे : मिलने वालों की भीड़ हॉल के बाहर जमा होने लगती है। लाइन में लोग उनसे मिलते हैं। तकरीबन 1 घंटे बाद निवास स्थान पर लौट आते हैं।
9:00 बजे : स्नान करने से पहले आधा लीटर पानी पीते हैं। उसके बाद स्नान करने जाते हैं।
10:00 बजे : नाश्ते में वह सिर्फ एक सेब लेते हैं। इसके बाद वह अपने लिए टाइम निकालते हैं। पढ़ने के शौकीन बाबा रामदेव योग से लेकर अखबारों तक, सब पर नजर रखते हैं। थोड़ी देर में पतंजलि योगपीठ से जुड़े लोग उनसे मिलने आने लगते हैं। वह उनके साथ कोई कागजी काम तो नहीं करते, लेकिन हालचाल लेते हैं और खास मामलों पर रायशुमारी करते हैं।
दोपहर
12 बजे : लंच में 1 मौसमी सब्जी, 2 रोटी और 1 छोटी कटोरी चावल। गौरतलब है कि तकरीबन 6 महीने पहले तक उन्होंने अन्न खाना छोड़ रखा था। इस नियम को उन्होंने एक्सपर्ट्स की सलाह पर 18 साल बाद इस साल ही तोड़ा है।
1 बजे : लंदन से आया एक डेलिगेशन उनसे मिलने का इंतजार कर रहा है। वह उनसे मिलते हैं। इस बीच वह कुछ और लोगों से मिलते हैं, जिनमें दूर-दूर से आए खास (पॉलिटिशन, बिजनसमैन) लोग हैं।
3 बजे : ऑर्गेनाइजेशन के लेवल पर ट्रेनिंग के लिए आध्यात्मिक शिविर का वक्त है। बाबा अपनी रेंज रोवर से फिर बड़े शिविर हॉल की तरफ निकल पड़ते हैं। यह वक्त योग का न होकर आध्यात्मिक प्रवचन का है। इस वक्त वह सुबह के मुकाबले कुछ शांत नजर आते हैं। यह सेशन तकरीबन 1 घंटा चलता है।
शाम
6 बजे : खाना खाए भले ही उन्हें तकरीबन 6 घंटे हो गए हैं, लेकिन उनका काम सिर्फ पानी से चल रहा है। वह तकरीबन हर आधा घंटे में पानी पीते हैं। शाम 7 बजे कुछ लोग मिलने आते हैं।
7:30 : डिनर का टाइम है। डिनर में वह सिर्फ सब्जी और 2 रोटी लेते हैं, चावल नहीं खाते।
रात
8 बजे : मिलने वाले अब भी आ रहे हैं। इनमें वे लोग शामिल हैं, जिन्हें पूरे दिन के इंतजार के बावजूद मिलने का वक्त नहीं मिला। आखिर में बाबा रामदेव की कोशिश रहती है कि सबसे मिल लें। इसके बाद वह कुछ पढ़ने-लिखने का काम करते हैं।
10 बजे : बिस्तर पर जाने का वक्त हो गया है। इससे पहले वह यह बताना नहीं भूलते कि उन्हें सोने के लिए बिस्तर पर लेट कर इंतजार नहीं करना पड़ता। नींद में जाने में सिर्फ 5-10 सेकंड का वक्त लगता है।