40 वर्ष के बाद हमारे शरीर को कैल्शियम की सबसे अधिक जरुरत होती है , बाहर से दूध , केला लेने पर जब वह हजम होगा तब कैल्शियम मिलेगा अगर उनको हजम का तत्व शरीर में नहीं है या कम है तो कैल्शियम नहीं मिलेगा और विना कैल्शियम के आपके शरीर में विमारी लग गयी तो बिना कैल्शियम की उपस्थति के कोई भी कोई भी विमारी ठीक नहीं होगी ।
चूना जो आप पान में खाते है वो सत्तर बीमारी ठीक कर देते है ।
जैसे किसी को पीलिया हो जाये माने जॉन्डिस उसकी सबसे अच्छी दवा है चूना ।
गेहूँ के दाने के बराबर चूना गन्ने के रस में मिलाकर पिलाने से बहुत जल्दी पीलिया ठीक कर देता है ।
और ये ही चूना नपुंसकता की सबसे अच्छी दवा है –
■ अगर किसी के शुक्राणु नही बनता उसको अगर गन्ने के रस के साथ चूना पिलाया जाये तो
साल डेढ़ साल में भरपूर शुक्राणु बनने लगेंगे; और जिन माताओं के शरीर में अन्डे नही बनते उनकी बहुत अच्छी दवा है ये चूना ।
■ विद्यार्थियों के लिए चूना बहुत अच्छा है जो लम्बाई बढाता है –
■ गेहूँ के दाने के बराबर चूना रोज दही में मिला के खाना चाहिए,
दही नही है तो दाल में मिला के खाओ,
दाल नही है तो पानी में मिला के पियो – इससे लम्बाई बढने के साथ स्मरण शक्ति भी बहुत अच्छा होता है ।
■ जिन बच्चों की बुद्धि कम काम करती है मतिमंद बच्चे उनकी सबसे अच्छी दवा है चूना ।
■ जो बच्चे बुद्धि से कम है, दिमाग देर में काम करते है, देर में सोचते है हर चीज उनकी स्लो है उन सभी बच्चे को चूना खिलाने से अच्छे
हो जायेंगे ।
■ बहनों को अपने मासिक धर्म के समय अगर कुछ भी तकलीफ होती हो तो उसका सबसे अच्छी दवा है चूना ।
हमारे घर में जो माताएं है जिनकी उम्र पचास वर्ष हो गयी और उनका मासिक धर्म बंध हुआ उनकी सबसे अच्छी दवा है चूना ।
गेहूँ के दाने के बराबर चूना हर दिन खाना दाल में, लस्सी में, नही तो पानी में घोल के पीना ।
जब कोई माँ गर्भावस्था में है तो चूना रोज खाना चाहिए
क्योंकि गर्भवती माँ को सबसे ज्यादा केल्शियम की जरुरत होती है और चूना केल्शियम का सबसे बड़ा भंडार है ।
■ गर्भवती माँ को चूना खिलाना चाहिए
अनार के रस में – अनार का रस एक कप और चूना गेहूँ के दाने के बराबर ये मिलाके रोज पिलाइए नौ महीने तक लगातार दीजिये ।
तो चार फायदे होंगे –