
चूना: एक अद्भुत प्राकृतिक औषधि और स्वास्थ्य के लाभ
चूना, जो आमतौर पर पान में खाया जाता है, एक अत्यधिक प्रभावी और सस्ती औषधि है जो हमारे शरीर को कई लाभ प्रदान करती है। चाहे वह कैल्शियम की कमी हो या अन्य स्वास्थ्य समस्याएं, चूना एक सशक्त समाधान हो सकता है। आइए जानते हैं चूना के कुछ महत्वपूर्ण स्वास्थ्य लाभ के बारे में:
1. कैल्शियम की आवश्यकता बढ़ने पर चूना:
40 वर्ष के बाद हमारे शरीर को कैल्शियम की अधिक आवश्यकता होती है, और बाहर से कैल्शियम प्राप्त करने के लिए दूध, केला आदि खाना जरूरी है। लेकिन अगर शरीर में हजम करने की क्षमता नहीं है तो कैल्शियम ठीक से नहीं मिल पाता। इस स्थिति में चूना एक बेहतरीन विकल्प है, क्योंकि यह कैल्शियम का एक अच्छा स्रोत है और शरीर में कैल्शियम की कमी को पूरा करता है। बिना कैल्शियम के शरीर में कोई भी बीमारी ठीक नहीं हो सकती, इसलिए चूना का सेवन महत्वपूर्ण हो जाता है।
2. पीलिया (जॉन्डिस) का इलाज:
चूना पीलिया (जॉन्डिस) के इलाज के लिए बेहद प्रभावी है। यदि किसी को पीलिया हो तो गेहूँ के दाने के बराबर चूना गन्ने के रस में मिलाकर पिलाने से पीलिया जल्दी ठीक हो जाता है। यह एक प्राकृतिक उपचार है जो बिना किसी साइड इफेक्ट के असरदार साबित होता है।
3. नपुंसकता का इलाज:
चूना नपुंसकता (Infertility) की दवा के रूप में भी उपयोगी है। अगर किसी व्यक्ति के शुक्राणु नहीं बनते, तो गन्ने के रस में चूना मिलाकर सेवन करने से साल डेढ़ साल में शुक्राणु निर्माण प्रक्रिया शुरू हो जाती है। इसी प्रकार, जिन माताओं के शरीर में अंडाणु (Eggs) नहीं बनते, उनके लिए भी चूना एक अचूक उपचार है।
4. लंबाई बढ़ाने और स्मरण शक्ति में सुधार:
चूना बच्चों के लिए भी लाभकारी है, खासकर जब उनकी लंबाई बढ़ानी हो या स्मरण शक्ति में सुधार करना हो। गेहूँ के दाने के बराबर चूना रोज़ दही, दाल या पानी में मिला कर खाने से बच्चों की लंबाई बढ़ती है और उनकी बुद्धि में भी सुधार होता है। यह मानसिक विकास के लिए भी बेहद लाभकारी है।
5. कमजोर बुद्धि और मानसिक धीमेपन का उपचार:
यदि किसी बच्चे की बुद्धि कम काम करती है या वह मानसिक रूप से धीमा है, तो चूना उसे लाभ दे सकता है। चूना बच्चों के मानसिक विकास में मदद करता है, जिससे उनका दिमाग तेज़ चलता है और वे अधिक सक्रिय होते हैं।
6. मासिक धर्म में परेशानी का उपचार:
महिलाओं के मासिक धर्म के दौरान होने वाली समस्याओं का इलाज भी चूना से किया जा सकता है। यदि किसी महिला को मासिक धर्म के दौरान दर्द या अन्य समस्याएं होती हैं, तो चूना इन समस्याओं को दूर करने में मदद करता है।
7. पचास वर्ष के बाद मासिक धर्म संबंधी समस्याओं का इलाज:
यदि किसी महिला का मासिक धर्म बंद हो गया है (पचास वर्ष के बाद), तो चूना का सेवन उनके लिए भी फायदेमंद है। यह शरीर में हार्मोनल असंतुलन को ठीक करने में मदद करता है और मासिक धर्म के लक्षणों को कम करता है।
8. गर्भवती महिलाओं के लिए:
गर्भवती महिलाओं के लिए कैल्शियम का महत्वपूर्ण स्रोत चूना है। गर्भवस्था में माँ और बच्चे को अधिक कैल्शियम की आवश्यकता होती है, और चूना कैल्शियम का सबसे अच्छा स्रोत है। गर्भवती महिलाओं को अनार के रस में गेहूँ के दाने के बराबर चूना मिलाकर प्रतिदिन पिलाना चाहिए। यह उनके और उनके बच्चे के लिए फायदेमंद है और माँ को ऊर्जा प्रदान करता है।
उपयोग का तरीका:
- पीलिया: गेहूँ के दाने के बराबर चूना गन्ने के रस में मिलाकर पिएं।
- नपुंसकता: गन्ने के रस के साथ चूना मिलाकर सेवन करें।
- बच्चों की लंबाई और बुद्धि: दही, दाल या पानी में चूना मिलाकर खाएं।
- महिलाओं के मासिक धर्म की समस्याएं: दाल, लस्सी या पानी में चूना मिलाकर सेवन करें।
- गर्भवती महिलाओं के लिए: अनार के रस में चूना मिलाकर रोज़ सेवन करें।
निष्कर्ष:
चूना एक सस्ता और प्रभावी प्राकृतिक उपचार है जो विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। यह न केवल कैल्शियम का अच्छा स्रोत है, बल्कि पीलिया, नपुंसकता, बच्चों के मानसिक विकास, लंबाई बढ़ाने, और मासिक धर्म की समस्याओं में भी लाभकारी है।
साथ ही, चूना गर्भवती महिलाओं के लिए भी बेहद फायदेमंद है, क्योंकि यह उन्हें कैल्शियम प्रदान करता है, जो उनकी और उनके बच्चे की सेहत के लिए जरूरी है।
अधिक जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट पर जाएं: www.nutriworld.net.in
Tags
- Log in to post comments