रोज दो आंवला खाइए,बढ़ती उम्र पर ब्रेक

आंवले का स्वास्थ्य पर प्रभाव और औषधीय उपयोग

आयुर्वेद में आंवले को एक चमत्कारी औषधि के रूप में जाना जाता है। इसे ‘रसायन’ श्रेणी में रखा गया है, जिसका अर्थ है कि यह शरीर के संपूर्ण पोषण और दीर्घायु प्रदान करने में सहायक होता है। यह न केवल एक बेहतरीन एंटीऑक्सीडेंट है, बल्कि रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने, पाचन सुधारने और त्वचा व बालों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में भी सहायक होता है।

गिलोय (Giloy)औषधीय एवं आयुर्वेदिक गुणों का खजाना

गिलोय: गुणों का खजाना

गिलोय की बेल पूरे भारत में पाई जाती है और इसकी आयु कई वर्षों की होती है। इसका वैज्ञानिक नाम तिनोस्पोरा कार्डीफोलिया (Tinospora Cordifolia) है और इसे अंग्रेजी में गुलंच (Gulanch) कहा जाता है।

गिलोय के अन्य नाम

गिलोय को भारत में विभिन्न भाषाओं में अलग-अलग नामों से जाना जाता है:

शरीर को फौलाद बना देगा ये प्रयोग।

शरीर को फौलाद बनाने वाला आयुर्वेदिक नुस्खा

आजकल की जीवनशैली में कैल्शियम की कमी आम समस्या बन गई है। कैल्शियम हड्डियों और दांतों की संरचना में मुख्य भूमिका निभाता है। इसकी कमी से हड्डियाँ कमजोर हो जाती हैं, मांसपेशियों में अकड़न आ जाती है, जोड़ों में दर्द रहने लगता है और शरीर में निरंतर कमजोरी बनी रहती है। यह समस्या खासतौर पर महिलाओं में अधिक पाई जाती है।

शहद के फायदे एवम उपयोग

शहद के फायदे एवं उपयोग

शहद को एक प्राकृतिक औषधि माना जाता है जो कई बीमारियों को दूर करने में सहायक है। यह न केवल शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है, बल्कि कई स्वास्थ्य लाभ भी देता है।

दूध पीने के कुछ नियम

दूध पीने के आयुर्वेदिक नियम और उनके फायदे

दूध जहाँ पौष्टिक माना जाता है, वहीं कुछ लोग इसे पीने से परहेज करते हैं। बचपन में माँ बार-बार दूध पिलाने का प्रयास करती थीं, लेकिन हम बचकर भागते थे। आज हम अपने बच्चों को दूध पिलाने का प्रयास करते हैं। दूध शरीर के लिए अत्यंत लाभकारी होता है, परंतु इसे पीने के भी कुछ नियम होते हैं।

खूबसूरत कौन नहीं दिखना चाहता

आयुर्वेदिक सौंदर्य देखभाल: त्वचा और बालों की प्राकृतिक सुंदरता

रंग-रूप बदलना हमारे हाथ में नहीं, लेकिन त्वचा की सही देखभाल से हम अपनी खूबसूरती को बनाए और बढ़ा सकते हैं। आयुर्वेदिक सौंदर्य देखभाल न केवल आपकी त्वचा और बालों को प्राकृतिक रूप से सुंदर बनाती है, बल्कि यह आपके शरीर के भीतर के संतुलन को भी बनाए रखती है। इसके लिए जरूरी है कि आप अपनी त्वचा और बालों के प्रकार के हिसाब से सही देखभाल करें।

अंकुरित दानों का सेवन सुबह नाश्ते के समय ही करना चाहिये।

अंकुरित दानों का सेवन और उसके लाभ

अंकुरित दानों को आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा में अमृताहार माना गया है। ये दाने न सिर्फ शरीर को जरूरी पोषक तत्व प्रदान करते हैं, बल्कि शरीर को पुनः उन्नत और स्वस्थ भी बनाते हैं। अंकुरित भोजन में भरपूर मात्रा में विटामिन्स (ए, बी, सी, डी और के), खनिज जैसे कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम, मैग्नीशियम और फास्फोरस होते हैं। साथ ही, इसमें मौजूद क्लोरोफिल, प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट शरीर के लिए अत्यंत फायदेमंद होते हैं।

अदरक के फायदे

अदरक: भारतीय परिवारों का अनमोल वरदान और स्वास्थ्य का खजाना

अदरक का उपयोग भारतीय परिवारों में प्राचीन काल से होता आ रहा है। यह सिर्फ स्वाद को ही नहीं बढ़ाता, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी एक अमूल्य वरदान साबित होता है। अदरक में ऐसे कई औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो शरीर के विभिन्न रोगों को दूर करने में सहायक होते हैं।

सभी रोगों की एक दवा है एलोवेरा

एलोवेरा: एक चमत्कारी पौधा और इसके लाभ
1. शरीर को ऊर्जा प्रदान करें

एलोवेरा जूस का नियमित सेवन शरीर को आवश्यक ऊर्जा प्रदान करता है। यह थकावट को कम करता है और आपको दिन भर सक्रिय बनाए रखता है।

2. मोटापा घटाने में मददगार

एलोवेरा जूस का सेवन वजन कम करने में सहायक होता है। यह शरीर की चर्बी को जलाने और मेटाबोलिज़्म को सुधारने में मदद करता है।

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